Vigyan Ki Baat: Dr. Naresh Dua (H)

‘विज्ञान की बात’ के इस अंक में बात पैलिएटिव केयर यानी प्रशामक देखभाल की। जब बीमारी लाइलाज हो चुकी हो, ऐसे में गंभीर मरीजों और उनके परिजनों के दर्द पर मरहम लगाने के लिए होता है - “पैलिएटिव केयर यूनिट”, जहाँ अपनी जिंदगी के आखिरी पल बिता रहे मरीजों की पूरी देखभाल की जाती है। प्रशामक देखभाल की अवधारणा एवं खूबियों को सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली के पेन ऐंड पैलिएटिव केयर फिजीशियन एवं सीनियर कंसल्टेंट एनेस्थेसियोलॉजिस्ट, प्रोफेसर (डॉ.) नरेश दुआ ने विस्तार से समझाया है।

Related Videos