The Road Beyond Vaccine Century (H)
सभी योग्य लोगों को टीका, कितनी जल्दी लगाया जाएगा? इस सवाल का जवाब पाने की दिशा में, अब तक 100 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं, आगे का कार्य अभी भी बहुत बड़ा है, लेकिन असाध्य नहीं है। भारत इसे साध सकता है, भारत में वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट कम है। ऐसा कोई तरीका नहीं था, जिससे द्वारा भारत अपने विशाल अनुसंधान और औद्योगिक आधार के बिना 'वैक्सीन सेंचुरी' लगा पाता। भारत की अनुसंधान और विकास क्षमताएं शानदार नजर आ रही हैं, क्योंकि यहां तीन टीके पहले से ही मौजूद हैं और भारत में बने अन्य 6 टीके परीक्षण के अग्रणी चरणों में हैं। टीकों का तेजी से विकास, परीक्षण और बड़े पैमाने पर एक अरब से अधिक खुराक का प्रबंधन करना एक कठिन कार्य है। तीन में से दो भारतीयों के पास पहले से ही सार्स कोव2 वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मौजूद है, तो क्या हम सामूहिक प्रतिरक्षा की ओर बढ़ रहे हैं? क्या नए वेरिएंट से, खतरे का एक और दौर शुरू होगा। इसमें चिकित्सा विज्ञान कहां पिछड़ रहा है? बच्चों का टीकाकरण कब होगा और क्या भविष्य में बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता पड़ने पर, हमारे पास पर्याप्त खुराक मौजूद होंगी? वैक्सीनेशन का शतक केवल एक पड़ाव है, कोविड -19 के खिलाफ सार्वभौमिक टीकाकरण हासिल करने का मार्ग काफी लंबा और कठिन है। लेकिन अभी तो हर किसी के मन में एक बड़ा सवाल ये है, कि महामारी कब खत्म होगी और क्या जीवन कभी सामान्य हो पाएगा?