Touch-Less Touch Screen Technology (H)

भारतीय वैज्ञानिकों ने एक ऐसी टच-लेस टच स्क्रीन प्रौद्योगिकी विकसित की है जो संपर्क से फैलने वाले कोरोना संक्रमण के दौर में काफ़ी कारगर साबित हो सकती है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के स्वायत्त संस्थानों नैनो और सॉफ्ट मैटर साइंसेज तथा जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस एंड साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलुरु के वैज्ञानिकों ने कम लागत वाला एक टच-कम-प्रॉक्सिमिटी सेंसर यानी स्पर्श-सह-सामीप्य संवेदक विकसित करने के लिए प्रिंटिंग तकनीक के जरिये एक समाधान प्रदान किया है जिसे टचलेस टच सेंसर कहा जाता है। यह सेंसर, उपकरण से 9 सेंटीमीटर की दूरी से भी स्पर्श को महसूस कर सकता है।

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