Land of Sago (H)
"तमिलनाडु के सलेम जिले और इसके आस-पास में सन् 1940 के दशक में स्टार्च और साबूदाने का घरेलू स्तर पर उत्पादन प्रारंभ हुआ। बाज़ार मांग तेज़ी से बढ़ने के कारण यहां औद्योगिक गतिविधि इतनी अधिक बढ़ गई कि अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सलेम को ''लैंड ऑफ़ सागो'' कहा जाता है। यहां की 450 से अधिक छोटी-बड़ी प्रसंस्करण इकाईयों की घरेलू और वैश्विक बाज़ारों में प्रमुख हिस्सेदारी है।"