Incredible Universe (H)

खगोलविज्ञान पर आधारित 26 कड़ियों वाले धारावाहिक तारों की सैर (द स्टोरी ऑफ एस्ट्रोनोमी) की पहली कड़ी ब्रह्माण्ड के बारे में हमारी जिज्ञासाओं से अवगत कराती है। अक्सर हम आकाश के नीले होने, सूर्य के उदय होने और अस्त होने को रहस्यमय घटना समझते हैं। क्यों दिन में नीला दिखने वाला आकाश रात में काला नजर आता है? चंद्रमा के घटते-बढ़ते आकार का क्या रहस्य है आदि अनेक सवालों के जवाब आज खगोलविज्ञान से हमें प्राप्त होते है। ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मांड का निर्माण बिग-बैंग से हुआ। ब्रह्माण्ड के बनने की घटना अत्यंत नाटकीय और अनोखी थी। बिग-बैंग के बाद मुख्य रूप से हाइड्रोजन और कुछ मात्रा में हीलियम के कणों के विशाल बादल बनें। इन्हीं बादलों के बीच विशाल बादलों का जन्म हुआ। अनेक तारों का जन्म हुआ। तारों के समूहों को तारामंडल कहते हैं। हमारा सबसे निकट का तारा सूर्य है। समय बीतने के साथ धीरे-धीरे आठ ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, वृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेप्च्यून अस्तित्व में आए। पुरानी सभ्यता के लोगों को केवल पांच ग्रहों की जानकारी थी जिन्हें ही वो पूरा ब्रह्माण्ड समझते थे। 16वीं सदी तक यह मान्यता बनी रही कि पृथ्वी ब्रह्माण्ड के केंद्र में हैं और अन्य खगोलीय पिंड इसकी परिक्रमा करते हैं। बाद में खगोलविज्ञान ने इस मिथ्या धारणा से पर्दा उठाया। इस कड़ी में टॉर्च और एक पेपर के माध्यम से एक प्रयोग करके दिन के समय तारों के नहीं दिखने का समझाया गया है।

Related Videos