Trademark for India’s First Indigenous Tumour Antigen (H)
भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा गर्भाशय कैंसर के खिलाफ़ विकसित की गई स्वदेशी पद्धति को ट्रेडमार्क मिल गया है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग के राष्ट्रीय रोग प्रतिरक्षण संस्थान द्वारा तैयार किए गए इस ट्यूमर एंटीजेन का डेंड्राइटिक सेल आधारित रोग प्रतिरक्षण चिकित्सा में उपयोग किया जा रहा है। शुरूआती परीक्षणों में ये तकनीक कैंसर के खिलाफ़ काफी प्रभावी पायी गई है। और अब इसका उपयोग स्तन कैंसर के लिए भी किया जाएगा।