Dr. G. N. Ramachandran: A Pioneer in Structural Biology (H)
गोपालसमुद्रम नारायण रामचंद्रन ने कॉलेजन के ट्रिपल हेलिकल स्ट्रक्चर की खोज की। डॉ रामचंद्रन ने क्रिस्टलोग्राफर गोपीनाथ कर्धा के साथ संयुक्त रुप से शोध पत्र लिखा। उनके द्वारा दिए गए कॉयल्ड कॉयल्ड स्ट्रक्चर सिद्धांत ने पॉलीपेप्टाइड स्ट्रक्चर की समझ को आसान बनाया और साथ ही आणविक जीव विज्ञान की उन्नति में मील का पत्थर बना। रामचंद्रन और उनके साथियों ने एक टू डायमेंशनल मानचित्र विकसित किया जिसे आज द रामचंद्रन फाई-साई डायग्राम या रामचंद्रन प्लॉट के नाम से जाना जाता है। इसने पॉलीपेप्टाइड की स्टीरियोकेमिकल संभव संरचना के वर्णन के लिए एक तर्कसंगत आधार प्रदान किया।