Bhookamp Ke Paimane (H)

भूकंप आने के कुछ समय बाद ही हमे इसके मैग्निट्यूड, इंटेसिटी और एपिसेंटर यानि कि व्यापकता, तीव्रता और केंद्र की जानकारी मिल जाती है। ऐसा संभव होता है भूंकप को मापने वाले उपकणों के कारण ये उपकरण इतने संवेदनशील होते हैं कि छोटे से छोटे भूकंप के झटकों को भी तुरंत महसूस कर इन्हे रिकॉर्ड कर लेते हैं। लेकिन ये उपकरण काम कैसे करते हैं और कैसे ये भूकंप के झटकों को मापकर आंकड़ों में बदल देते हैं। जानने के लिए देखिए ये वीडियो