Tata Institute of Fundamental Research (H)

1940 तक पूरे भारत में एक भी स्थान ऐसा नहीं था जहां न्यूक्लियर फिज़िक्स, हाई एनर्जी फिज़िक्स और कॉस्मिक रे और फिजिक्स की अन्य शाखाओं में शोध के लिए ज़रूरी सहूलियते उप्लब्ध नहीं थी। इसी आवश्यकता को देखते हुए डॉ भाभा ने जेआरडी टाटा के नाम पत्र लिखा जिसके जवाब से प्रेरित होकर टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च की नींव रखी गई।

Related Videos