Science Time (H) 17/06/2022

‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की कल्पना तभी साकार होगी, जब देश का हर व्यक्ति स्वस्थ होगा। और देश का हर व्यक्ति तभी स्वस्थ होगा, जब योग को अपनी जीवनशैली में शामिल करेगा। योग के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये हर साल 21 जून को पूरे विश्व में 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस' मनाया जाता है. कोरोना काल में जिस तरह लोग एक-एक सांस के लिये संघर्ष कर रहे थे, उसको देखते हुये इस साल योग इंटरनेशनल योगा डे की थीम - योगा फॉर ह्यूमैनिटी यानी कि मानवता के लिये योग रखी गयी है. आख़िर सम्पूर्ण मानवता के लिये योग कैसे उपयोगी है ? योग विज्ञान की शुरुआत कैसे हुई और योग को सरल भाषा में कैसे समझा जा सकता है? योग के कितने प्रकार हैं ? योग जैसे प्रायोगिक विज्ञान को जीवनशैली में शामिल करने से जीवन में किस प्रकार का बदलाव आता है ? मतभेदों और विवादों से भरे आज के इस दौर में पूरी मानवता को एकजुट बनाए रखने में योग की क्या भूमिका हो सकती है? इन तमाम सवालों के विश्वसनीय जवाब दे रहे हैं - हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य, मोरारजी देसाई योग संस्थान की योग सलाहकार डॉ. हिमानी, ग्लोबल विस्डम रिसर्च सेंटर की चीफ साइंटिस्ट डॉ. ज्योत्स्ना सिंह और योग प्रशिक्षक साक्षी तेवतिया।

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