DST-TIFAC (H)
प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान एवं मूल्यांकन परिषद यानी टाइफैक, राष्ट्रीय महत्व के क्षेत्रों में, पूर्वानुमान अध्ययनों के संचालन के द्वारा, देश के लिए सुदृढ़ पूर्वानुमान फ्रेमवर्क और नेटवर्क के विकास में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। एक अनूठे ज्ञान नेटवर्क संस्थान के रूप में, इसे राष्ट्रीय महत्व के क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी मूल्यांकन और पूर्वानुमान अध्ययनों को संचालित करने का कार्य सौंपा गया है। टाइफैक की गतिविधियों में प्रौद्योगिकी क्षेत्रों की व्यापक व्यवस्था के साथ, अपेक्षित प्रौद्योगिकी हस्तक्षेपों के माध्यम, से भारत के समग्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी तंत्र की महत्वपूर्ण कमियों को पूरा करना है। टाइफैक भविष्य उन्मुख परिदृश्यों के निर्माण, उनके लघु अवधि और दीर्घ अवधि निहितार्थों के माध्यम से निर्णयकर्ताओं को इंगित करते हुए वांछित और अवांछित समाज पर प्रभावी वर्तमान के साथ, नई उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ संभावित निहितार्थों और परिणामों को अनावृत्त करने की दृष्टि से प्रौद्योगिकी प्रभाव विवरण भी तैयार करता है। प्रौद्योगिकी विजन 2035 दस्तावेज के लोकार्पण के बाद, टाइफैक ने प्रौद्योगिकी विजन 2035 रिपोर्टों के निष्कर्षों के प्रसार के द्वारा, सक्रिय रूप से अनुवर्ती कार्रवाईयों को जारी रखा है। आने वाले वर्षों में, टाइफैक एक जीवंत संगठन के रुप में अपने प्रयास जारी रखेगा। भावी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों पर दृष्टि रखेगा तथा उन अनुसंधान एवं विकास क्षेत्रों की प्राथमिकता निर्धारित करेगा जो देश के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं और ‘मेक इन इंडिया’ और वास्तव में ‘आत्म निर्भर भारत’ के निर्माण के लिए योगदान देने में समर्थ हैं।