Delhi Metro- Revolutionising Public Transport - (H)

देश की तरक्की के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है, और जबकि अन्य शहर, स्वच्छ और जन-केंद्रित शहरी गतिशीलता समाधान विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, देश की राजधानी दिल्ली,सबसे बड़े मेट्रो रेल नेटवर्क को सफलतापूर्वक संचालित करके आगे बढ़ रही है। आरामदायक, वातानुकूलित और पर्यावरण के अनुकूल सेवाओं के साथ, आधुनिक मेट्रो रेल प्रणाली ने न केवल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में, बल्कि पूरे देश में सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। दिल्ली मेट्रो का पहला खंड, 25 दिसंबर, 2002 को शाहदरा और तीस हजारी के बीच शुरू हुआ था, ये महज 8.5 किलोमीटर लंबा था, लेकिन आज मेट्रो नेटवर्क का विस्तार 390 किलोमीटर से भी ज्यादा हो गया है, जिसमें भूमिगत, ग्राउंड और एलिवेटेड मिलाकर 286 स्टेशन, इस समय दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में फैले हैं, और इसमें लगभग 30 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं। यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी और सबसे व्यस्त मेट्रो रेल प्रणाली है और कोलकाता मेट्रो के बाद ये दूसरी सबसे पुरानी मेट्रो है। दिल्लीवासियों को एक आरामदायक सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान करने के अलावा, दिल्ली मेट्रो, प्रदूषण को नियंत्रित करने और सड़कों पर वाहनों की भीड़ को कम करने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। तो अपने इस विशेष एपिसोड में हम भारत की सबसे महत्वपूर्ण अवसंरचनात्मक और तकनीकी उपलब्धियों में से एक, दिल्ली मेट्रो रेलवे प्रणाली के बारे में बात करेंगे। दिल्ली मेट्रो, डीएमआरसी यानी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा संचालित होने वाली, एक विश्व स्तरीय मेट्रो प्रणाली है। यह सबसे आधुनिक संचार और उन्नत ट्रेन संचालन प्रौद्योगिकियों से लैस है। डीएमआरसी को संयुक्त राष्ट्र द्वारा ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए, कार्बन क्रेडिट प्राप्त करने वाली, दुनिया की पहली मेट्रो रेल प्रणाली के रूप में भी प्रमाणित किया गया है, क्योंकि इससे दिल्ली शहर में प्रदूषण के स्तर को हर साल 6.3 लाख टन कम करने में मदद मिली है। तो आज हम इस एपिसोड में, दिल्ली मेट्रो के निर्बाध और सुरक्षित संचालन के पीछे के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में बात करेंगे और अनअटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग टेक्नोलॉजी जैसी तकनीकों पर भी करीब से नज़र डालेंगे, जो बहुत कम frequencies में ट्रेनों की आवाजाही की सुविधा प्रदान करती हैं। इसके अलावा विज्ञान से आत्मनिर्भर भारत के इस एपिसोड में और भी काफी कुछ देखिए केवल इंडिया साइंस पर।

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