De-Husking And Oil Extraction Machine - (H)
भारत सरकार के ग़ैर जीवाश्म ईंधन उत्पादन में सुधार की दिशा में पोंगामिया यानी करंज के आसान संग्रहण और प्रसंस्करण के लिए मोटराइज़्ड डी-हस्किंग तेल निष्कर्षण मशीन का विकास किया गया है । कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बैंगलुरू की इस परियोजना को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सीड (SEED) प्रभाग के ‘युवा वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के लिए योजना’ (SYST) कार्यक्रम के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की गई है । पोंगामिया के बीज बायो डीज़ल के लिए उपयुक्त तिलहन में माने जाते हैं लेकिन इनके प्रसंस्करण की परेशानियों के चलते किसान इस ओर आकर्षित नहीं होते । अब कर्नाटक के हासन से शुरू की गई इस परियोजना में 1 एचपी सिंगल फेज़ इलेक्ट्रिक मोटर चलित मशीन आसानी पैदा करेगी । इसके द्वारा 100 किलोग्राम प्रतिघंटा तिलहन का प्रसंस्करण किया जा सकता है और इस दौरान कुल 10 प्रतिशत बीजों का नुकसान होता है यह सुधा देश की बायो ईंधन उत्पादन परियोजनाओं को भी बढ़ावा देगा ।