23 January 2022 - The New Entrant and the Third Wave: Omicron (H)

26 नवंबर 2021 को, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने, वायरस के क्रमिक विकास पर, डब्ल्यूएचओ के टैग—वीई यानी टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस इवोल्युशन द्वारा वायरस के एक प्रकार ओमिक्रोन या B.1.1.1.529 को नामित किया। यह निर्णय टैग—वीई को दिए गए साक्ष्यों पर आधारित था कि ओमिक्रोन में कई उत्परिवर्तन हुए हैं, जो इस पर प्रभाव डाल सकते हैं कि यह कैसे व्यवहार करता है, उदाहरण के लिए, यह कितनी आसानी से फैलता है या बीमारी की गंभीरता का कारण बनता है। ओमिक्रोन की खोज अफ्रीका के बोत्सवाना में हुई थी और यह काफी तेजी से पूरी दुनिया में फैल गया, दुनिया की एक बड़ी आबादी को टीका लगाया जा चुका था, इसलिए इसका फैलना एक हैरानी की बात थी। हालांकि स्वास्थ्य प्रणालियों का विस्तार हुआ है, लेकिन इसकी वजह से ज्यादातर देशों में गंभीर आर्थिक और सामाजिक रूकावटें पैदा हुयी हैं। विज्ञान से आत्मनिर्भर भारत के इस एपिसोड में हम कोविड-19 वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट पर करीब से नज़र डालेंगे, ये वैरिएंट तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार है। इस एपिसोड में हम कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब तलाशेंगे। जैसेकि इस नए वैरिएंट में कितने उत्परिवर्तन हुए हैं? यह कितना खतरनाक है? यह कितनी तेजी से फैल रहा है? और हमें अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कौन सी आवश्यक सावधानियां रखनी चाहिए? हम ओमिक्रोन के पीछे का विज्ञान समझेंगे और इस नए कोविड संस्करण पर गहराई से नज़र डालेंगे - एक समाज के रूप में हम इसके बारे में जितनी अच्छी जानकारी रखेंगे, हम उतनी ही तेज़ी से कोविड को हराएंगे - विज्ञान से आत्मनिर्भर भारत के इस एपिसोड में और भी काफी कुछ देखिए केवल इंडिया साइंस पर।

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