Wealth from Waste: Flower Recycling Technology (H)

भारत गेंदा, गुलाब, बेला, चमेली, जैसे अनेकों रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों का देश है। यहां हरेक साल हजारों टन फूलों का उत्पादन होता है। लेकिन, इसके साथ ही लगभग 20 लाख टन फूल हर दिन पूजा स्थलों से कचरे के रूप में फेंके जाते हैं। जिन फूलों को इतनी श्रृद्ध से ईश्वर को अर्पित किया गया, वो अंततः कूड़े के ढ़ेर और नदी-नालों में बहते दिखते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए वैज्ञानिकों ने कुछ ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे फूलों के कचरों से अगरबत्ती, धूप जैसी उपयोगी चीजें बनाई जा सकती हैं। ‘फूलों का पुनर्चक्रण, समस्या एवं समाधान’ में अलग-अलग फूल पुनर्चक्रण तकनीकों और उनके प्रभाव को दिखाया गया है।

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